श्री देगराय मन्दिर जैसलमेर – रात को सुनाई देती है नगाड़ों की आवाजें

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Shri Degrai Temple History in Hindi : यह मन्दिर जैसलमेर से पूर्व दिशा में 50 कि.मी. की दूरी पर देगराय जलाशय (देवीकोट-फलसूंड मार्ग) पर बना हुआ है। ऐसी मान्यता है कि यहाँ पर बुगा सेलावत की भैंसे चरा करती थी। भैंसो के झुण्ड में एक दैत्य छिपकर रहता था। देवी स्वांगियां के आदेश से बहादरिया … Read more श्री देगराय मन्दिर जैसलमेर – रात को सुनाई देती है नगाड़ों की आवाजें

श्री काले डूंगरराय मन्दिर

Shri Kale Dungar Rai Temple History in Hindi : आवड़ माता का यह मन्दिर जैसलमेर से 25 कि.मी. दूर हाढा के पास काले रंग की पहाड़ी पर बना हुआ है। मांड प्रदेश की भाषा में पहाड़ी को डूंगर कहते हैं इसलिए यहाँ मंदिर काला डूंगरराय का मंदिर कहलाता है और आवड़ आदि देवियां डूंगरेचियां कहलाई। सिंध … Read more श्री काले डूंगरराय मन्दिर

स्वांगिया माता गजरूप सागर मन्दिर

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Gajrup Sagar Temple Aavad Mata History in Hindi : जैसलमेर से 4 कि.मी. पूर्व की तरफ गजरूप सागर तालाब के पास समतल पहाड़ी पर देवी स्वांगियां का मन्दिर बना हुआ है। इसका निर्माण संवत् 1895 में महारावल गजसिंह ने करवाया था। वे प्रातः उठते ही अपने किले से देवी के दर्शन किया करते थे। इतिहास प्रसिद्ध विजयराव … Read more स्वांगिया माता गजरूप सागर मन्दिर

माता दुर्गा ने एक तिनके से तोड़ा देवताओं का घमंड

Durga Mata Broke Proud of the Gods : एक बार देवों और दानवों में युद्ध छिड़ गया। इस युद्ध में देवता विजयी हुए परंतु इस विजय से उनके मन में अहंकार उत्पन्न हो गया। वे  स्वयं को सर्वश्रेष्ठ कहने लगे। जब जगदम्बा आदिशक्ति दुर्गा ने देवताओं को इस प्रकार अहंकार से ग्रस्त होते देखा तो वे … Read more माता दुर्गा ने एक तिनके से तोड़ा देवताओं का घमंड

आंजन धाम : यहीं माँ अंजनी ने दिया था हनुमान को जन्म 

Anjan Dham Gumla Hanuman Birth Place History in Hindi : रामभक्त हनुमान का नाम सप्त चिरंजीवियों में शामिल है। देश-दुनिया में उनके अनेक मन्दिर हैं।  लेकिन क्या आप जानते हैं कि उनका जन्म कहाँ हुआ था ? …  कहा जाता है कि भगवान हनुमान जी के जन्म का इतिहास झारखंड के गुमला जिले के उत्तरी … Read more आंजन धाम : यहीं माँ अंजनी ने दिया था हनुमान को जन्म 

चौसठ योगिनी मन्दिर, मुरैना – इसी मन्दिर पर आधारित है भारत का संसद भवन

Chausath Yogini Mandir Morena History in Hindi : सामान्यतः योगाभ्यास करने वाली स्त्री योगिनी कहलाती है। परन्तु शाक्त मत तथा तांत्रिक परम्पराओं में योगिनी देवीरूपा हैं जो सप्तमातृकाओं से सम्बद्ध हैं। इनकी संख्या 64 है। आपने अष्ट या चौंसठ योगिनियों के बारे में सुना होगा। दरअसल ये सभी आदिशक्ति मां काली का अवतार है। घोर नामक दैत्य … Read more चौसठ योगिनी मन्दिर, मुरैना – इसी मन्दिर पर आधारित है भारत का संसद भवन

कामाख्या देवी शक्तिपीठ से जुड़े रोचक तथ्य

Mata Kamakhya Devi Shaktipeeth History in Hindi : कामाख्या शक्तिपीठ गुवाहाटी (असम) के पश्चिम में 8 कि.मी. दूर नीलांचल पर्वत पर है। 51 शक्तिपीठों में कामाख्या देवी शक्तिपीठ को सर्वोत्तम माना जाता है। कामाख्या देवी का यह प्रसिद्ध शक्तिपीठ असम में गुवाहाटी के पश्चिम में 8 किमी. दूर नीलांचल पर्वत पर स्थित है। माता सती … Read more कामाख्या देवी शक्तिपीठ से जुड़े रोचक तथ्य

चूड़ामणि देवी मंदिर- इस मदिर में चोरी करने पर ही पूरी होती है मनोकामना

Devi Chudamani Temple Uttarakhand History in Hindi : इस मन्दिर में चोरी करने पर ही  मनोकामना होती है पूरी  – Mission Kuldevi  में हम आपको कुलदेवियों सहित देवी माँ के विभिन्न धामों का दर्शन करवाते हैं। हमारे भारत में कई ऐसे अनोखे मन्दिर हैं जिनकी परम्पराएं और मान्यतायें अनोखी होती हैं। पिछले लेख में हमने आपको … Read more चूड़ामणि देवी मंदिर- इस मदिर में चोरी करने पर ही पूरी होती है मनोकामना

श्राई कोटि माता मंदिर- जहाँ पति-पत्नी नहीं कर सकते एक साथ मां के दर्शन

Sri Koti Mata Temple Himachal History in Hindi :भारतवर्ष में ऐसे कई मन्दिर हैं जो या तो अपने चमत्कारों के कारण प्रसिद्ध हैं या अपने रहस्यों के कारण। कई मन्दिर ऐसे भी हैं जो अपनी अनोखी परम्पराओं के कारण प्रसिद्ध हैं । ऐसा ही एक मन्दिर है जिसकी एक अनोखी परम्परा है। एक ऐसा मन्दिर जहाँ … Read more श्राई कोटि माता मंदिर- जहाँ पति-पत्नी नहीं कर सकते एक साथ मां के दर्शन

माता वैष्णो देवी की अमर कथा | Vaishno Devi ki Katha and My Bike Ride to Katra

Mata Vaishno devi story in Hindi : भगवान विष्णु की शक्ति वैष्णवी का प्रसिद्ध मन्दिर ‘वैष्णो देवी’ के नाम से उत्तर भारत के सर्वाधिक पूजनीय और पवित्र स्थलों में से एक है। ऊँचे पर्वत पर स्थित यह मन्दिर अपनी भव्यता व मनोहर सुंदरता के कारण भी प्रसिद्ध है। कटरा से लगभग 14 किलोमीटर की दूरी पर … Read more माता वैष्णो देवी की अमर कथा | Vaishno Devi ki Katha and My Bike Ride to Katra

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