Sanadhya Brahmin History in Hindi : ‘सनाढ्य’ में ‘सन्’ तप वाचक है। अर्थात तप द्वारा जिनका पाप दूर हो गया है वे सनाढ्य ब्राह्मण कहे जाते हैं। इनका उद्भव आदिगौड़ ब्राह्मणों से ही हुआ है। सनाढ्य ब्राह्मण कान्यकुब्ज ब्राह्मणों की चौथी शाखा है। अतः इनका वर्णन भी पंचगौड़ ब्राह्मणों के अंतर्गत किया जाता है।
त्रेता युग में श्री राम ने अपने पिता के वचन की पालना हेतु 14 वर्षों के लिए वनवास किया। इसके पश्चात् संग्राम में रावण का वध कर सीता और लक्ष्मण सहित अयोध्या लौटे। राज्याभिषेक के बाद ब्रह्महत्या के दोष के निवारण के लिए यज्ञ का आयोजन किया। उस यज्ञ में आदि गौड़ ब्राह्मणों को निमंत्रित किया गया। आदि गौड़ ब्राह्मणों ने विधिविधानपूर्वक यज्ञ करवाया। यज्ञ की समाप्ति पर अवभृथ स्नान करके प्रथम वरण किए हुए आदि गौड़ ब्राह्मणों को दान देने को तत्पर हुए। किंतु ब्रह्महत्या के दोषी राजा रामचंद्र से उन्होंने दक्षिणा नहीं ली और वे चले गए। बचे हुए 750 कान्यकुब्ज आदि ब्राह्मणों ने दक्षिणा स्वरूप राम द्वारा प्रदत्त 750 ग्राम आदि दान सहर्ष स्वीकार कर लिए। उन ग्रामों के नाम से आज भी अवंटक (शासन) या कुरीगांव प्रख्यात हैं।
भगवान राम द्वारा किए गए इस यज्ञ में 1001 ब्राह्मण याज्ञिक थे जिन्होंने यज्ञ में दान स्वीकार किया। इनमें 251 कान्यकुब्ज ब्राह्मण थे जिन्होंने गाय और साढ़े दस गांव दान में प्राप्त किए। 750 ग्राम अन्य विद्वान ब्राह्मणों को दान स्वरूप दिए गए जो सभी प्रकार के मिले-जुले ब्राह्मण थे। इस प्रकार का दान देकर भगवान राम ने उन 750 ब्राह्मणों को सनाढ्य ब्राह्मण नाम की संज्ञा से अलंकृत किया। यह 750 ग्राम गंगा-यमुना के विस्तार क्षेत्र में है। साढ़े दस गाँव 251 कान्यकुब्ज ब्राह्मणों को दिये जो अयोध्या के दक्षिण भाग में है और उन्हें कान्यकुब्ज संज्ञा से अभिनीत किया। इस प्रकार सनाढ्य ब्राह्मण वंश का कान्यकुब्ज ब्राह्मणों से ही संबंध है।
सनाढ्य ब्राह्मणों का क्षेत्र –
सनाढ्य ब्राह्मणों का क्षेत्र गंगा यमुना के मध्य क्षेत्र के 8 जिलों –
- मथुरा
- एटा
- अलीगढ़
- बुलंदशहर
- मेरठ
- बदायूं
- मैनपुरी
- आगरा
आदि में फैला हुआ है।
सनाढ्य ब्राह्मणों के गोत्र –
सनाढ्यों 10 ऋषि गोत्र तथा 7 शाखाएं हैं।
- वशिष्ठ
- पाराशर
- अगस्त्य
- वत्स
- शांडिल्य
- भारद्वाज
- कृष्णात्रेय
- च्यवन
- कश्यप
- उपमन्यु
साथ ही 7 शाखा भेद है इस प्रकार गोत्र संख्या 17 है।
सनाढ्य ब्राह्मणों की उपाधियां-
- उपाध्याय
- चौबे
- जोशी
- त्रिवेदी
- दीक्षित
- त्रिपाठी
- दूबे
- पचौरी
- पंड्या
- पुरोहित
- मिस्र
- शंखधारा
सनाढ्य ब्राह्मणों के गोत्रादि –
गोत्र | प्रवर | वेद | उपाधि | देव | वंश |
1. वशिष्ठ | 3 | यजुर्वेद | तिवारी | गौरी | चन्द्र, सूर्य, मिश्रित |
2. भारद्वाज | 3 | यजुर्वेद | पाठक | शिव | चन्द्र, सूर्य, मिश्रित |
3. कश्यप | 3 | यजुर्वेद | मिश्र | शिव | चन्द्र, सूर्य, मिश्रित |
4. कात्यायन | 3 | यजुर्वेद | दीक्षित | शिव | चन्द्र, सूर्य, मिश्रित |
5. गौतम | 5 | सामवेद | रावत | शिव | चन्द्र, सूर्य, मिश्रित |
6. गार्ग्य | 5 | सामवेद | शर्मा | शिव | चन्द्र, सूर्य, मिश्रित |
7. कौशिक | 5 | सामवेद | शर्मा | शिव | चन्द्र, सूर्य, मिश्रित |
8. पाराशर | 3 | यजुर्वेद | उपाध्याय | शिव | चन्द्र, सूर्य, मिश्रित |
9. विष्णुवृद्धि | 3 | यजुर्वेद | उपाध्याय | शिव | चन्द्र, सूर्य, मिश्रित |
10. कौडिन्य | 3 | यजुर्वेद | तिवारी | शिव | चन्द्र, सूर्य, मिश्रित |
11. कृष्णात्रेय | 3 | यजुर्वेद | मिश्र | शिव | चन्द्र, सूर्य, मिश्रित |
12. सांकृत | 3 | यजुर्वेद | दीक्षित | शिव | चन्द्र, सूर्य, मिश्रित |
13. उपमन्यु | 3 | यजुर्वेद | मिश्र | शिव | चन्द्र, सूर्य, मिश्रित |
14. धनंजय | 3 | यजुर्वेद | उपाध्याय | शिव | चन्द्र, सूर्य, मिश्रित |
15. कुशिक | 3 | यजुर्वेद | उपाध्याय | शिव | चन्द्र, सूर्य, मिश्रित |
16. वत्स | 5 | सामवेद | पाठक | शिव | चन्द्र, सूर्य, मिश्रित |
17. ब्रह्म | 3 | शुक्लयजुर्वेद | उपाध्याय | शिव | चन्द्र, सूर्य, मिश्रित |
सनाढ्य ब्राह्मणों के मूल ग्राम –
1. | थापाकिया | 2. | गोले | 3. | हथनीया |
4. | कवैया | 5. | वरोरिया | 6. | तैहेलना |
7. | गठवारा | 8 | वाम्वरीया | 9. | चादोरिया |
10. | पपरोलिया | 11. | पुरहरिय | 12. | डडोचिया |
13. | गोहले | 14. | परवारिया | 15. | वछगैजा |
16. | मुचोतिया | 17. | भुसोरिया | 18. | नरोलिया |
19. | कांकरोलिया | 20. | दुगरोलिया | 21. | दुगोलिया |
22. | गांगरोलिया | 23. | बुधेलिया | 24. | सरहेया |
25. | जनू | 26. | रेहरिया | 27. | आस्ठेलिया |
28. | जरोलिया | 29. | उदेलिया | 30. | मेरहा |
31. | अंडोलिया | 32. | टेहगारिया | 33. | समरिया |
34. | करैया | 35. | कर्तिया | 36. | लहरिया |
37. | अक्खे | 38. | सावर्ण | 40. | रावत |
41. | भत्सना | 42. | ठमेले | 43. | गुवरेले |
44. | मिश्र | 45. | पायक | 46. | कोतवाल |
47. | वरुण | 48. | त्रिपाठी | 49. | विनतेरे |
50. | पुरोहित | 51. | वालकीव्यास | 52. | औरईया |
53. | करोर | 54. | सेमरिया | 55. | कांकरा |
56. | षटनावलि | 57. | कुलवान | 58. | सोंती |
59. | कुलवानी | 60. | सावर्णिमा | 61. | उटगारिया |
62. | कुम्भवारिया | 63. | उचेनिया | 64. | कांकोलिया |
65. | हुचवारिया | 66. | कामकर्या | 67. | कामरिया |
68. | अरेलिया | 69. | वरवनिया | 70. | नैनेरिया |
71. | चरोलिया | 72. | नोंनहरिया | 73. | चौवे |
74. | विदाहारिया | 75. | चरोरिया | 76. | कोईकेदीक्षित |
77. | चन्द्रोठिया | 78. | कोईकेउधारिया | 79. | चलैया |
80. | घेरिया | 81. | चांदसोरिया | 82. | जमौलिया |
83. | स्यारहिया | 84. | तुटोतिया | 85. | विवनगा |
86. | मुखरैया | 87. | चुंगला | 88. | महलोनिया |
89. | मरयो | 90. | वेवारबाल | 91. | अवरैया |
92. | निर्खिया | 93. | कोईकेमुद्गल | 94. | इन्द्रा |
95. | कोईकेमुड़ेनिये | 96. | झासेनिया | 97. | मुखैया |
98. | धारिया | 99. | मुदरैया | 100. | रावत |
101. | सिसेंदिया | 102. | डुगरोलिया | 103. | सिरोतिया |
104. | ठमोले | 105. | वारोलिया | 106. | वरनैया |
107. | वरोलिया | 108. | उड़ोचिया | 109. | भारिया |
110. | तुरोलिया | 111. | ढ़कारिया | 112. | उभैया |
113. | झगरिया | 114. | ठझेलिया | 115. | हेरिया |
116. | चलैया | 117. | चाहिया | 118. | इरवरिया |
119. | पिपरोलिया | 120. | निहारिया | 121. | सवारिया |
122. | सुअसिया | 123. | डीलवारिया | 124. | पंचगैया |
125. | गिरसैया | 126. | वदेनिया | 127. | प्रगासिया |
128. | वसेटिया | 129. | खिड़पासिया | 130. | गिलोडिया |
131. | बुधोलिया | 132. | चनगीया | 133. | दुबे(कृष्णात्रेय) |
134. | ओरगिरिया | 135. | श्रीयाधानिया | 136. | बुधकैया |
137. | गुणोचिया | 138. | अवस्थी | 139. | परवैया |
140. | हाऋषिया | 141. | भामेलिया | 142. | दांता |
143. | भारग्रामिया | 144. | हर्रवैया | 145. | दुसेठिया |
146. | भचोड़िया | 147. | भिरहरिया | 148. | धर्मध्वजिया |
149. | तिरवंतिया | 150. | दुरवारा | 151. | लवानिया |
152. | हरिया | 153. | तलैया | 154. | तिहोनपालिया |
155. | तीखे | 156. | विधिभेदिया | 157. | सुफलफलिया |
158. | रैवरा | 159. | विरहेयिका | 160. | डीलेवारियका |
161. | तैहरिया | 162. | आइया | 163. | त्रिशूलिया |
164. | चौधिया | 165. | रोरिवलिया | 166. | षट्कर्मिया |
167. | झुरठिया | 168. | देखईया | 169. | गारिया |
170. | पीचुनिया | 171. | परसैइया | 172. | वदईया |
173. | विरहरुपिया | 174. | विरहेरिया | 175. | बुटोलिया |
176. | गंगालिया | 177. | सहटामिया | 178. | द्विधागुधनिया |
179. | खोईया | 180. | खेमरिया | 181. | स्वाहरैया |
182. | डालवाडिया | 183. | पेखड़े | 184. | सतरंगिया |
185. | पैरपड़े त्रिवंग | 186. | चिरंजिया | 187. | बुधोलिया |
188. | गुलपारिया | 189. | हरसानिया | 190. | पाथनिया |
191. | वसैया | 192. | भेलेमिनिया | 193. | धनहेरिया |
194. | हृदेनिया | 195. | भटेले | 196. | दुगोलिया |
197. | नदनंगिया | 198. | धामोंटिया | 199. | तिहोनगुरिया |
200. | डचेलिया | 201. | सैनवैया | 202. | तामोलिया |
203. | अतैया | 204. | तैहुरिया | 205. | तिगुनाई |
206. | चटसालिया | 207. | तपरैया | 208. | रौरहिया |
209. | साजोलिया | 210. | ठोठानिया | 211. | तैहरिया |
212. | ढ़ाढू | 213. | डुगवारा | 214. | दीधरा |
215. | साजोलिया | 216. | राजगीया | 217. | डुगवांणा |
218. | ठुठिया | 219. | तोहिया | 220. | दुन्डिया |
221. | डुगवारिया | 222. | अष्टक | 223. | स्नेहिया |
224. | नरहेरिया | 225. | आरोलिया | 226. | मीतरोलया |
227. | भाईभेड़ी | 228. | रक्षपालिया | 229. | थपईया |
230. | आदिया | 231. | सतसैया | 232. | मसेनिया |
233. | हरदोनिया | 234. | वालोठिया | 235. | गुननाथी |
236. | सुजसीथा | 237. | गुड़वीया | 238. | वीरिहेरिया |
239. | गड़ेंविया | 240. | दुर्हारिया | 241. | दौसता |
242. | वसड़ा | 243. | लावार | 244. | खैमईया |
245. | अरगया | 246. | खेईया | 247. | नवनीया |
248. | मांगोलिया | 249. | गौरसैया | 250. | गांगोलिया |
251. | वदैया | 252. | दोषपिया | 253. | सवारिया |
254. | पिपरोलिया | 255. | निखरैया | 256. | ब्रह्मेमैत्रिया |
257. | घुसेठिया | 258. | वहोलपालिया | 259. | विप्रिया |
260. | दारवारिया | 261. | टंकारिया | 262. | दुवारक |
263. | दाछर | 264. | छलीया | 265. | सारवीसीपुरिया |
266. | खरोटिया | 267. | ललीया | 268. | खरेरिया |
269. | हुचुगिरिया | 270. | ठाकोलिया | 271. | भमालिया |
272. | भटवालिया | 273. | सीहरा | 274. | नन्दवैया |
275. | डेहरेवारे | 276. | दुहार | 277. | वाइसा |
278. | वरेखरहरिया | 279. | मधेसिया | 280. | गांठोलिया |
281. | कीटमाया | 282. | द्रारवेनिया | 283. | हुरगरिया |
284. | वरवरोरिया | 285. | धानेरिया | 286. | दुवोल्या |
287. | राठौठिया | 288. | गंगुप्रिय | 289. | तामोठिया |
290. | निहोनगिरिया | 291. | पंचगद्या | 292. | संत्रगिया |
293. | नवेदिया | 294. | रत्तंगिया | 295. | खुजोलिया |
296. | ससष्ठिया | 297. | पूर्वनिया | 298. | गीलोठिया |
299. | सोरैया | 300. | बुधकैया | 301. | विरहेरूवका |
302. | बुठोलिया | 303. | वालोठिया | 304. | दुनेनिया |
305. | त्रादीया | 306. | बुलोठिया | 307. | सीरहठिया |
308. | गुलपारिया | 309. | गिलोठिया | 310. | वाचेडिया |
311. | षंडासिया | 312. | मुधोलिया | 313. | दुरसारिया |
314. | मानिया | 315. | सानसैया | 316. | चिरंजिया |
317. | थूनिया | 318. | असतानिया | 319. | चरनावलिया |
320. | वैसीडिया | 321. | हरसानियका | 322. | मटंले |
323. | दोजेनिया | 324. | मुखरैया | 325. | चांदोलिया |
326. | ठंठोलिया | 327. | चीथे | 328. | ववेसिया |
329. | शांडिया | 330. | भारिया | 331. | गुलपारिया |
332. | अड़वीया | 333. | झासेनिया | 334. | रघुनाथिया |
335. | हरदेनिया | 336. | भमरेले | 337. | गैहनैया |
338. | शांडिल | 339. | पुरहरिया | 340. | पचोरिया |
341. | वैदले | 342. | करसोलिया | 343. | भिरथरे |
344. | कुमार | 345. | गिरदोलिया | 346. | चुरारी |
347. | गोवरेले | 348. | हरेले | 349. | ठमोले |
350. | कंजोलिया | 351. | पटसारिया | 352. | बदोले |
353. | आगरोषा | 354. | कमईया | 355. | काशिप |
356. | शुक्ल | 357. | उच्छित | 358. | गारिया |
359. | हरदोनिया | 360. | तोहिया | 361. | हरगरिया |
Kolkhariya goter ki kuldevi konsi h
Sanadya Brahmans have no relation with Gaur or Adi Gaur’s as author stated . Sanadya brahman also found in Bundel Khand , Kannauj , and some parts of Bihar also. In Maharastra up to Nasik. Please do some home work to improve this answer.
Right
सनाढ्य ब्राह्मण, जब परशुराम ने २१ बार पृथ्वी को क्षत्रियों से विहीन कर दिया, तो जीते हुयो प्रदेश ब्राह्मणों को दिये तब कान्यकुब्ज प्रदेश को पाने वाले कान्यकुब्ज, गौड़ प्रदेश के स्वामी गौड़ उत्कल प्रदेश के उत्कल कहलाने इसी प्रकार जो जिस प्रदेश कोप्राप्त किया वह वही कहलाये, ,परंतु बाद में वे पुनःराज्य को ,अपने शिष्य छत्रिय पुत्रों को देकर स्वयं तप करने लगे,।सन् का अर्थ है तप आढ्य का अर्थ लगे रहना, परशुराम के राज्य देने के समय भी जो ब्राह्मण अपने आचार्य कार्य और तप में लगे रहे वे सनाढ्य कहलाये उस समय की परम्परा के अनुसार ब्राह्मण नगर के बाहर कुटिया में गुरूकुल चलाते थे और बच्चों को शिक्षित करते थे। यह वर्ण न मैंने एक बार कल्याण नामक पुस्तक में जोज गीता प्रेस से प्रकाशित होती है उसमें पढ़ा था व अपने बड़ों के मुख से सुना।
नमस्कार।
आप आचार्य महा ब्राहमण पर प्रकाश डाल सकते हो।
काफी किताबों ग्रन्थो में आचार्य लिखा है। उसके बाद सनाढ़य ब्राहमण या आदी गोड ब्राहमण भी लिखा हुआ देखने को मिला है
एक समय गुरुकुल में स्थान मिला हुआ था। अब कही और जाकर बेठ गये है।
सुरेन्द्र भारद्वाज
9466048089
app kon se Pandit ho
सही कह रही हैं आप
dear sir
my name is pachouri jina devi will u pliz tell me the gotra of surname pachouri…i m from imphal i have lost the foreline of my grand parents..want to know. thank u…
भारद्धाज गौत्र है ,यजुर्वेद है, मध्यान्धुनि शाखा है
इसमें वेद के साथ शाखा का नाम नहीं है ।
शाखा का नाम जानना भी आवश्यक होता है ।
इस विषय में कुछ समाधान देने का प्रयास करें ।
जय माताजी ।
Hello Sir, I am Sanadhya Brahmin of Bhardwaj gotra and use the surname Hardainiya. Could you please help me know the names of my Kuldevi Devta as I have lost the same.
Your kuldevi is Budhe. BaBa.
8429311164 for more information.
Thanq.
Pranam, I am Sanadhya Brahmin of Kashyap Gotra, we are from Budaun in UP…my ancestors are all dead now I want to know my Kul dev/Kul devi or both as the case may be. Please help. my no. is 8477992484
Number do hm Jane h
deepika ji hamari kul devi bijasin mata h
Sir हम सरनेम उपमन लगाते है मैन गोत्र और कुल देवी देवता का नाम बताने की कृपा करें
upamanyu naaharshakti alwar
Gopal of history
Sir,I want to know about my kul and sanadya Brahman Sharma chayvan gotra
mera gotra gotam hai . par hum bohare likhte hai . to hume batanye ki bohare tittle hume kese mila
इसमें चचौंदिया नही है
sandhya brhmin “thayga tiwadi” gotra ki kuldevi ya sati mata ki kisi bhai ko jankari ho to kripiya kr ke btaye comment krke.
इस मे उदैनियाँ . बादल .और गोस्वामी का नाम
नही है ।
शुद्ध मन जोशी गोत्र कै बारे मैं कोई जानकारी हो तो मेल करे1
ग्राम हिरनगाँवके तिवारी कहां की निकासी है यदि किसी को पता है तो कृपया संबंधित ईमेल ravitiwariagra@gmail.com भेजने का कष्ट करें
हृदेनिया का ऋषि गौत्र क्या है?
वर्तमान में हमारा गोत्र मरईया है । लेकिन कहते है कि उदेनिया ओर मरईया एक ही गोत्र है । जिनका निकास उड़ेंना गांब का है । क्या इनकी वंशावली मिल सकती है । इनका जगा कोंन है । और उनका नम्बर हो कोई ।
सर कॉन्टेक्ट मी ऑन beyondsharad@gmail.com
लवानिया गोत्र का उद्गम बताइये ,और ऋषि गोत्र क्या है
Hamara Gotra shandilya hai ,Hamari kuldevata kaunsi hai.
We are bithariya
Acharj महा ब्राहमण बारे बता सकते हो। जन्म स्थल और केसे महा ब्राहमण नाम पडा।
9466048089
, कटारे छुट गया है I
kela devi jhilbada
हम भदया तिवारी हे हमारे यह पर राखी हस्त नक्षत्र पर बधते हे । हमारे ऋषि ।परव शाखा क्या क्या है कृपया बताने का कष्ट करे नम्बर 9926408349
ओजा ब्राहम्णों की कुल देवी कौन है ।
M ne kabhi apne parivar ke alawa khi bhi apna gotr ni dekha mera gotr Upmanyu h. Upmanyu gotr waale brahman kha paaye jaate h
My name is Hritik Sharma. M ne kabhi apne parivar ke alawa khi bhi apna gotr ni dekha, mera gotr Upmanyu h. Upmanyu gotr waale brahman kha paaye jaate h or hmare kul deveta kon h. Or hmara title Kya h ?
Warm Regards
My Gotra is Katara, I wish to know about origin of Katara & other relevant details
Myself Sundar Lavania, please tell me Lavania gotta of Rishi gotra & birth place of lavania’s
Not correct….
sanaddhya….tap karne wale , Gurukul dwara shastra shikshak the….aur yiddha the jinhone sadaiv Kshatriya ke saath yuddho me bhag Kiya….
Isliye aap galat jankari na failaye……
Bhargav bhirgu gotra ke tripati kaha Gaye Bhai adhuri jankari mat diya kar …
Namaskar sarya trigunayat bramhan ke risi gotta or kuldevi ka parichay de
Brij mandal ke sanadhya brahmino ke jaga ya bhat jo ki vanshavaliyo ki jaankari rakhte he, kaha milenge… Ya unka mobile number mil jayega kya
सर् राजौरिया गोत्र की कुलदेवी की जानकारी हो तो कृपा करके बताये
सनाढ्य ब्राह्मण राजौरिया गोत्र है। शर्मा लिखते हैं। बताते है राजस्थान से हमारे पूर्वज आ कर भिंड चम्बल में बसे। कुल देवी के बारे में बताने की कृपा करें।।
राजौरिया गौत्र किस ऋषि के वंश का है।और राजौरिया गौत्र के कुलदेवी व कुलदेवता कौन है ? कृपया कर के जानकारी दीजिये।
राजौरिया गौत्र किस ऋषि के वंश का है, और इनके कुलदेवी व कुलदेवता कौन है, कृपया कर के इसकी जानकारी दीजिये।
Sir My name is Pradip Balote .I am from Maharashtra. I am sanadhya brhmin .my gotra is bharadhyaj . Can you tell me my origina .and my actual surname because I think this is Maharashtraian conversation
मेरा नाम राजेश कुमार शर्मा राजस्थान से हु हम सनाढ्य ब्राह्मण है दुबोलिया गोत्र है जो मुझे कही मिला नही । कृपा करके मुझे मेरे गोत्र के बारे में जानकारी दे धन्यबाद
देवता! मैं सनाढ्य हुँ एवं हमारा गोत्र “मरैया” है। कृपया हमारी कुलदेवी, वेद शाखा आदि बताने की कृपा करें।
Agnihotri Bhardwaj gotta ki kul Devi batane ki kripa Karen
Kripya jankari de
मेरा नाम राजेश राजौरिया है , कृपया राजौरिया कुल की कुलदेवी बताए हमे बताया गया कि हम भिंड क्षेत्र से आये थे लेकिन सभी राजौरिया मूलतः राजस्थान के राजगण जिले के बताए जाते है जानकारी स्प्ष्ट नही है औऱ राजौरिया वंश की जानकारी हो सके तो बताए ।।
आपका सदैब आभारी रहूँगा ।।
Sir agar aapko pta chla ho muje bhi bataye
मेथिल ब्राह्मण के गोत्र की जानकारी वाली किताब कहा मिलेगी
Kya sanadya Brahmins and gaur Brahmins ke beech rishta his akta hai, dono he Rajasthan se hain. Ye possible hai?
VISWAL TRIGUNAYAT KI KULDEVI KAHA PAR H
आदिगोड़ टाँक ब्राह्मण की कुल देवी की जानकारी दे धन्यवाद
आदिगोड़ टाँक ब्राह्मण की कुलदेवी की जानकारी प्राप्त कराएं।
धन्यवाद
मेरा नाम राजेश कुमार चाचोंदिया है गोत्र है प्रवर एवं अन्य जानकारी प्राप्त कराने की कृपा करें जी
I, Mohan Parashar belong from Aligarh District UP. we are from sanadya bhahmin family Gotra- Parashar and Nikas from Bhatoi as our parents tell us. but we want to know parashar is gotra or rishi gotra. i confuse when the poeple ask me what is your rishi gotra. many poeple tell me as parashar tiwari or parashar dubey as well as you will be. please correct my problem.
lavania gotra nahin dikha aapke lekh mei |
Sir .
क्या परेवा भी ब्राह्मण हैं?
Sir my gotra is Tumrish . I want to know about much more about my gotra
Tiwari gotra kuldevi kon h or kaha par h
Dube kitane prakaar ke hoti h
Sanadya brahman parivar ke
Komal prasad sharma dwara rachit Book
Methil Brahman mahasabha me milegi.
So Please contact your district mahasabha