छत्रपति शिवाजी की कुलदेवी “माँ तुलजा भवानी”

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Tulja Bhawani Tuljapur Maharashtra history in hindi : महाराष्ट्र के उस्मानाबाद जिले में तुलजापुर में मां तुलजाभवानी का धाम स्थित है। इनका नाम त्वरिता देवी भी है। मां तुलजाभवानी  छत्रपति शिवाजी की कुलदेवी हैं, जो आज भी महाराष्ट्र व अन्य राज्यों के कई निवासियों की कुलदेवी के रूप में पूजित हैं। तुलजा भवानी भारत के प्रमुख 51 शक्तिपीठ में … Read more छत्रपति शिवाजी की कुलदेवी “माँ तुलजा भवानी”

बहुचरा माता की कहानी, क्यों करते हैं किन्नर माँ की उपासना ?

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Bahuchara Mata Temple Becharaji story in Hindi : बहुचरा माता का प्रसिद्ध मंदिर गुजरात के मेहसाणा जिले के बेचराजी नामक कस्बे में स्थित है। बहुचरा माता को बेचराजी भी कहा जाता है। इन्ही देवी के नाम पर इस कस्बे का नाम बेचराजी प्रसिद्ध हुआ। हर वर्ष यहाँ लाखो श्रद्धालु दूर-दूर से माँ के दर्शन के लिए आते हैं। जिन लोगों को संतान … Read more बहुचरा माता की कहानी, क्यों करते हैं किन्नर माँ की उपासना ?

यहाँ माँ चामुण्डा के दर्शन करने सुरंग से आते थे राजा भर्तृहरि

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Maa Tulja Bhawani Temple Dewas  in Hindi : मध्यप्रदेशके देवास जिले में माँ तुलजा भवानी का प्रसिद्ध मंदिर स्थित है। माना जाता है कि देवास का नाम ‘देवियों के वास’ से प्रचलित हुआ है। यह देवी धाम प्राचीन समय में ऋषि-मुनियों की तपस्थली भी रहा है।  इस देवी धाम में देवास की दो रियासतों के … Read more यहाँ माँ चामुण्डा के दर्शन करने सुरंग से आते थे राजा भर्तृहरि

184 गाँवों की कुलदेवी है बाघेश्वरी माता

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मध्यप्रदेश में धार जिले में बाग शहर में मां बाघेश्वरी देवी के इस मंदिर को मालवा के साथ-साथ निमाड़ के 184 ग्रामों की कुलदेवी के रुप में मान्यता प्राप्त है। यह मंदिर बाग-कुक्षी मार्ग पर स्थित है। मंदिर से जुड़ी किवदंतियों के अनुसार इसे महाभारतकालीन माना जाता हैं। ऊंची सुरम्य पहाड़ी पर स्थित इस मंदिर के शिखर … Read more 184 गाँवों की कुलदेवी है बाघेश्वरी माता

श्री रोहिणी माता / गाजर माता मंदिर गुन्दोज : दर्शन व उपासक

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Rohini Mata / Gajar Mata Temple Gundoj Pali : श्री रोहिणी माता / गाजर माता का मंदिर राजस्थान में पाली के समीप गुन्दोज ग्राम में है। यह मंदिर पूर्वामुखी है। इस मंदिर में अम्बा माता, रोहिणी माता, चामुण्डा माता की प्रतिमाएं विराजमान होने से श्रद्धालु इस मंदिर को अलग-अलग नाम से पुकारते हैं। यह मंदिर … Read more श्री रोहिणी माता / गाजर माता मंदिर गुन्दोज : दर्शन व उपासक

झमकार माता / झंकार देवी मंदिर थराद

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Jhankar / jamkar Devi Temple Tharad Gujarat : श्री झंकार देवी / झमकार देवी पांच सौ बोहरों की कुलदेवी मानी जाती है। पांच सौ बोहरा को थराद के बोहरा भी कहते हैं। झंकार देवी का मंदिर गुजरात के थराद नगर में स्थित है। वि.सं. 504 में आचार्य श्री धर्मघोष सूरी ने भीनमाल के राजा पेंथडशाह … Read more झमकार माता / झंकार देवी मंदिर थराद

नाहर गोत्र की कुलदेवी श्री भवानी माता नागौर

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Nahar Gotra Kuldevi Bhawani Mata Nagaur History in Hindi : श्री भवानी माता का मंदिर नागौर दुर्ग में स्थित है। यह नाहर गोत्र की कुलदेवी है। देवी को कुलदेवी के रूप में पूजने वाले श्रद्धालु नागौर दुर्ग में देवी के मन्दिर में आते हैं। नागौर दुर्ग तथा उसमें स्थित यह मन्दिर पूर्व जोधपुर नरेश की … Read more नाहर गोत्र की कुलदेवी श्री भवानी माता नागौर

भाटी राजपूतों की कुलदेवी लोदर माता

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Kuldevi of Bhati Lodar Mata Lodurva Jaisalmer history in hindi : लोदर माता भाटी राजपूतों की कुलदेवी है। लोदर माता का मंदिर राजस्थान में जैसलमेर के लोदरवा ग्राम में है। भाटी वंश की उत्पत्ति चंद्रवंशी राजा भाटी से हुई। इस वंश के राजा रिज की राजधानी पुष्पपुर (पेशावर, पाकिस्तान) थी। इनके पुत्र गज ने गजनीपुर बसाया … Read more भाटी राजपूतों की कुलदेवी लोदर माता

भुवाल माता मंदिर बिरामी : दर्शन व कथा

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Bhuwal Mata Temple Birami Story in Hindi  : बिरामी स्थित भुवाल माता का मूल स्थान ग्राम खेड (तिलवाड़ा) में था। खेड का जब विनाश होने का समय आया तब एक रात बिरामी के पुरोहित को स्वप्न में आकर माता ने कहा कि “कल गौधूलि बेला में उसके खेत में एक मंदिर प्रकट होगा। मंदिर में मेरी … Read more भुवाल माता मंदिर बिरामी : दर्शन व कथा

भीनमाल की क्षेमंकरी / खीमज माता : मंदिर व कथा

Kshemkari / Khimaj Mata Temple Bhinmal : राजस्थान के जालोर जिले भीनमाल नगर के पास क्षेमंकरी पहाड़ी पर क्षेमंकरी माता का मन्दिर है। यही क्षेमंकरी माता अपभ्रंश में खीमज माता कहलाती है। दुर्गा सप्तशती के एक श्लोक अनुसार-“पन्थानाम सुपथारू रक्षेन्मार्ग श्रेमकरी” अर्थात् मार्गों की रक्षा कर पथ को सुपथ बनाने वाली देवी क्षेमकरी देवी दुर्गा का ही … Read more भीनमाल की क्षेमंकरी / खीमज माता : मंदिर व कथा

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